Radha Ashtami Vrat Katha 2024: राधा अष्टमी व्रत कथा | राधा अष्टमी क्यों मनाई जाती है | Boldsky

2024-09-10 75

भाद्र मास के शुक्‍ल पक्ष की अष्‍टमी को राधा अष्‍टमी यानी राधा रानी के प्राकट्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। द्वापर युग में इस पावन तिथि पर देवी राधा का जन्‍म हुआ था। यह तिथि 6 सितंबर यानी आज है। पौराणिक कथाओं में बताया गया है कि राधाजी का जन्‍म माता के गर्भ से नहीं बल्कि वृषभानु जी की तपोभूमि से प्रकट हुई थीं। ब्रह्मवैवर्त पुराण में राधाजी के जन्‍म की जो कथा बताई गई है वह इस प्रकार है…

The Ashtami of Shukla Paksha of Bhadra month is celebrated as Radha Ashtami i.e. the appearance day of Radha Rani. Goddess Radha was born on this holy date in Dwapar Yuga. This date is 6 September i.e. today. It is told in mythology that Radhaji was not born from the w-omb of her mother but appeared from the Tapabhoomi of Vrishbhanu ji. The story of Radhaji's birth told in Brahmavaivarta Purana is as follows…

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